6 आसन मुद्राएं:-
1.व्रक्त मुद्रा,2.अश्विनी मुद्रा,
3.महामुद्रा,
4.योग मुद्रा,
5.विपरीत करणी मुद्रा,
6.शोभवनी मुद्रा।
पंच राजयोग मुद्राएं-
1.चाचरी,2.खेचरी,
3.भोचरी,
4.अगोचरी,
5.उन्न्युनी मुद्रा।
*10 हस्त मुद्राएं:-
उक्त के अलावा हस्त मुद्राओं में प्रमुख दस मुद्राओं का महत्व है जो निम्न है:-1.ज्ञान मुद्रा,
2.पृथवि मुद्रा,
3.वरुण मुद्रा,
4.वायु मुद्रा,
5.शून्य मुद्रा,
6.सूर्य मुद्रा,
7.प्राण मुद्रा,
8.लिंग मुद्रा,
9.अपान मुद्रा,
10.अपान वायु मुद्रा।
अन्य मुद्राएं :
1.सुरभी मुद्रा,2.ब्रह्ममुद्रा,
3.अभयमुद्रा,
4.भूमि मुद्रा,
5.भूमि स्पर्शमुद्रा,
6.धर्मचक्रमुद्रा,
7.वज्रमुद्रा,
8.वितर्कमुद्रा,
9.जनाना मुद्रा,
10.कर्णमुद्रा,
11.शरणागतमुद्रा,
12.ध्यान मुद्रा,
13.सुची मुद्रा,
14.ओम मुद्रा,
15.जनाना और चीन मुद्रा,
16.अंगुलियां मुद्रा
17.महात्रिक मुद्रा,
18.कुबेर मुद्रा,
19.चीन मुद्रा,
20.वरद मुद्रा,
21.मकर मुद्रा,
22.शंख मुद्रा,
23.रुद्र मुद्रा,
24.पुष्पपूत मुद्रा,
25.वज्र मुद्रा,
26.श्वांस मुद्रा,
27.हास्य बुद्धा मुद्रा,
28.योग मुद्रा,
29.गणेश मुद्रा
30.डॉयनेमिक मुद्रा,
31.मातंगी मुद्रा,
32.गरुड़ मुद्रा,
33.कुंडलिनी मुद्रा,
34.शिव लिंग मुद्रा,
35.ब्रह्मा मुद्रा,
36.मुकुल मुद्रा,
37.महर्षि मुद्रा,
38.योनी मुद्रा,
39.पुशन मुद्रा,
40.कालेश्वर मुद्रा,
41.गूढ़ मुद्रा,
42.मेरुदंड मुद्रा,
43.हाकिनी मुद्रा,
44.कमल मुद्रा,
45.पाचन मुद्रा,
46.विषहरण मुद्रा या निर्विषिकरण मुद्रा,
47.आकाश मुद्रा,
48.हृदय मुद्रा,
49.जाल मुद्रा आदि।
No comments:
Post a Comment